Trump vs Modi Trade Policy 2025 एक वैश्विक चर्चा का विषय बन चुका है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर 25% आयात शुल्क लगाने की घोषणा ने दोनों देशों के व्यापारिक रिश्तों को एक बार फिर चुनौती दे दी है। यह फैसला ऐसे समय में आया है जब भारत और अमेरिका के बीच आर्थिक साझेदारी मजबूत हो रही थी।
अब यह देखना अहम है कि इस नई व्यापार नीति (Trade Policy) का भारतीय अर्थव्यवस्था पर क्या वास्तविक असर होगा।
अमेरिका की घोषणा क्या है?
29 जुलाई 2025 को डोनाल्ड ट्रंप ने प्रेस वार्ता में कहा कि Trump vs Modi Trade Policy 2025 के तहत, भारत से आयात किए जाने वाले कुछ प्रमुख उत्पादों पर 25% टैरिफ लागू किया जाएगा।
प्रभावित उत्पाद:
- टेक्सटाइल
- ऑटो पार्ट्स
- इलेक्ट्रॉनिक आइटम
- केमिकल्स और मशीनरी
Trump vs Modi Trade Policy 2025: क्यों आया यह टकराव?
ट्रंप का आरोप है कि भारत ने ‘Make in India’ और ‘Aatmanirbhar Bharat’ के तहत अमेरिकी कंपनियों को नुकसान पहुंचाया है। वहीं भारत ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि वह WTO के नियमों का पालन करता है।
यह टकराव इस पूरे Trump vs Modi Trade Policy 2025 विवाद की जड़ है, जो अब अंतरराष्ट्रीय व्यापार पर असर डाल रहा है।
भारतीय अर्थव्यवस्था पर असर: Trump vs Modi Trade Policy 2025
1. निर्यात में गिरावट का खतरा
अमेरिका को भारत का निर्यात लगभग $90 बिलियन डॉलर तक पहुंच चुका है। Trump vs Modi Trade Policy 2025 के तहत 25% शुल्क से कीमतें बढ़ेंगी, जिससे ऑर्डर रद्द हो सकते हैं।
2. रुपया और बाज़ार पर दबाव
- INR कमजोर हुआ
- सेंसेक्स और निफ्टी में 1% की गिरावट
- विदेशी निवेशकों में घबराहट
3. रोजगार संकट
विशेष रूप से टेक्सटाइल और ऑटोमोबाइल सेक्टर में छंटनी संभव है। MSME सेक्टर सबसे ज़्यादा प्रभावित होगा।
4. विदेशी निवेश घट सकता है
Trump vs Modi Trade Policy 2025 से व्यापार अस्थिरता बढ़ेगी जिससे FDI और FPI में भी गिरावट आ सकती है।
भारत की प्रतिक्रिया और रणनीति
भारत सरकार इस मुद्दे को बहुत ही सधे हुए अंदाज़ में देख रही है। WTO में जाने की योजना, टैक्स इंसेंटिव रिव्यू, और वैकल्पिक बाजारों की तलाश जैसे कदम उठाए जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी की रणनीति में ये बिंदु प्रमुख हैं:
- वैकल्पिक ट्रेड साझेदारी (ASEAN, EU)
- Production Linked Incentive (PLI) स्कीम
- आत्मनिर्भर भारत अभियान को तेज़ी देना
वैश्विक प्रतिक्रिया
- WTO: जांच में जुटा है
- चीन: इस विवाद को भुनाने की कोशिश कर सकता है
- यूरोपियन यूनियन: भारत को समर्थन दे सकता है
- अमेरिकी मीडिया: इसे “ट्रंप की चुनावी चाल” बता रहा है
Trump vs Modi Trade Policy 2025 एक महत्वपूर्ण मोड़ पर आ खड़ी हुई है। यह न केवल दोनों देशों के व्यापार संबंधों की दिशा तय करेगी, बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भी इसका असर पड़ेगा। भारत के लिए यह समय है कि वह सजगता और समझदारी से निर्णय लेकर वैश्विक मंच पर अपनी स्थिति को मज़बूत बनाए।
FAQs – Trump vs Modi Trade Policy 2025
क्या ट्रंप 2025 में भारत पर टैरिफ लगा सकते हैं?
हां, अगर ट्रंप दोबारा राष्ट्रपति बनते हैं तो 25% तक टैरिफ की आशंका जताई जा रही है।
इस टैरिफ से भारत को क्या नुकसान होगा?
एक्सपोर्ट, आईटी और फार्मा सेक्टर को सीधा नुकसान हो सकता है।
मोदी सरकार क्या उपाय कर रही है?
सरकार मेक इन इंडिया, PLI योजना और व्यापारिक संबंधों को मजबूत कर रही है।
इसका असर आम लोगों पर भी होगा?
हां, महंगाई और नौकरियों पर अप्रत्यक्ष असर देखने को मिल सकता है।
क्या भारत इसका समाधान खोज सकता है?
वैकल्पिक बाजारों की तलाश और आत्मनिर्भर भारत नीति इसमें सहायक हो सकती हैं।