भारत त्योहारों की भूमि है, जहां हर पर्व किसी न किसी आस्था और श्रद्धा से जुड़ा होता है। Nag Panchami 2025 Vrat Katha का पर्व भी ऐसा ही एक पावन अवसर है, जब श्रद्धालु नाग देवता की पूजा कर सुख, समृद्धि और भय से मुक्ति की कामना करते हैं। यह पर्व सावन महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। 2025 में यह पर्व 31 जुलाई, गुरुवार को बड़े ही श्रद्धा भाव से मनाया जाएगा।
Nag Panchami 2025 Vrat Katha – तिथि और शुभ मुहूर्त
- तिथि: 29 जुलाई 2025
- पंचमी तिथि आरंभ: 28 जुलाई 2025 रात 08:17 बजे
- पंचमी तिथि समाप्त: 29 जुलाई 2025 रात 10:35 बजे
- पूजा मुहूर्त: 29 जुलाई को सुबह 06:10 बजे से 08:30 बजे तक (स्थानीय पंचांग अनुसार भिन्न हो सकता है)
Nag Panchami 2025 Vrat Katha – पौराणिक कथा
एक बार की बात है, एक ब्राह्मण के सात बेटे थे। उन सबकी बहुएं थी। सबसे छोटी बहू सास-ससुर की बहुत सेवा करती थी और सच्ची श्रद्धा से नाग देवता की पूजा करती थी। एक बार सभी बहुएं मिट्टी लाने नदी गईं। वहां मिट्टी खोदते समय एक नाग घायल हो गया। सबसे छोटी बहू ने ही उसकी मरहम पट्टी की और उसे बचाया।
कुछ समय बाद, उसी नाग ने सपने में आकर बहू को बताया कि वह नागलोक का राजा है और उसके द्वारा की गई सेवा से वह बहुत प्रसन्न है। नाग देवता ने उसे आशीर्वाद दिया कि उसके परिवार को कभी कोई कष्ट नहीं होगा। तभी से यह मान्यता बन गई कि Nag Panchami 2025 Vrat Katha को सुनने और नाग पूजा करने से भय, रोग, और बुरे समय से मुक्ति मिलती है।
नाग पंचमी का धार्मिक महत्व
- नाग पंचमी पर नागों की पूजा कर काल सर्प दोष से मुक्ति की प्रार्थना की जाती है।
- इस दिन शिवजी को भी पूजना शुभ माना जाता है क्योंकि उनके गले में वासुकी नाग विराजमान हैं।
- नागों को दूध चढ़ाने से संतान सुख, स्वास्थ्य और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
- यह पर्व प्रकृति के साथ सामंजस्य और पशु-पक्षियों के प्रति सम्मान को भी दर्शाता है।
Nag Panchami 2025 Vrat Katha – पूजा विधि
- व्रती प्रातः स्नान कर व्रत का संकल्प लें।
- नाग देवता की मिट्टी या चांदी की प्रतिमा बनाएं या चित्रपट पर चित्र रखें।
- कुशा से बने नाग के स्वरूप को दूध, चावल, दूर्वा, और पुष्प चढ़ाएं।
- Nag Panchami 2025 Vrat Katha का पाठ करें।
- नाग पंचमी के दिन घर की दीवार पर हल्दी और कुमकुम से नाग का चित्र बनाकर उसकी पूजा की जाती है।
- इस दिन सांप को मारना वर्जित होता है, ऐसा करना बहुत बड़ा पाप माना जाता है।
नाग पंचमी की आरती (Nag Panchami Aarti)
।।नाग देवता की आरती।।
श्रीनागदेव आरती पंचमी की कीजै ।
तन मन धन सब अर्पण कीजै ।
नेत्र लाल भिरकुटी विशाला ।
चले बिन पैर सुने बिन काना ।
उनको अपना सर्वस्व दीजे।।
पाताल लोक में तेरा वासा ।
शंकर विघन विनायक नासा ।
भगतों का सर्व कष्ट हर लिजै।।
शीश मणि मुख विषम ज्वाला ।
दुष्ट जनों का करे निवाला ।
भगत तेरो अमृत रस पिजे।।
वेद पुराण सब महिमा गावें ।
नारद शारद शीश निवावें ।
सावल सा से वर तुम दीजे।।
नोंवी के दिन ज्योत जगावे ।
खीर चूरमे का भोग लगावे ।
रामनिवास तन मन धन सब अर्पण कीजै ।
आरती श्री नागदेव जी कीजै ।।
नाग पंचमी के क्षेत्रीय स्वरूप (विशेष परंपराएं)
उत्तर भारत
उत्तर प्रदेश के बरेली, मथुरा और वाराणसी जैसे क्षेत्रों में बड़े नाग मेले लगते हैं। बरेली में “नाग मेला” का आयोजन प्रसिद्ध है, जहां भक्त बड़ी संख्या में एकत्र होकर पूजा करते हैं।
दक्षिण भारत
आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और कर्नाटक में नाग पूजा को विशेष महत्व प्राप्त है। यहां नाग देवता के मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना होती है।
महाराष्ट्र में मनसा देवी की पूजा
यहां नाग पंचमी के अवसर पर मनसा देवी की पूजा की जाती है और महिलाएं अपने भाई की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं।
Nag Panchami 2025 Vrat Katha – आधुनिक महत्ता
आज के समय में जब लोग पर्यावरण से दूर हो रहे हैं, यह पर्व हमें सांपों के संरक्षण और प्रकृति से जुड़ने का संदेश देता है। सांपों की पूजा कर हम न केवल धार्मिक कर्तव्य निभाते हैं, बल्कि उन्हें मारने के स्थान पर उनकी सुरक्षा को भी बढ़ावा देते हैं।
Nag Panchami 2025 Vrat Katha न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान है, बल्कि यह प्रकृति और जीव-जंतुओं के प्रति श्रद्धा और संवेदना प्रकट करने का अवसर भी है। इस दिन नाग देवता की पूजा कर हम अपने जीवन से भय और संकट को दूर करने की कामना करते हैं। यह पर्व हमारी संस्कृति और परंपराओं की गहराई को दर्शाता है।
FAQs – Nag Panchami 2025 Vrat Katha
प्र.1: नाग पंचमी 2025 में कब है?
उत्तर: नाग पंचमी 2025 में 31 जुलाई, गुरुवार को मनाई जाएगी।
प्र.2: नाग पंचमी पर क्या करना चाहिए?
उत्तर: नाग देवता की पूजा करें, व्रत रखें, दूध चढ़ाएं और नाग पंचमी की व्रत कथा पढ़ें।
प्र.3: क्या नाग पंचमी पर सांप को दूध चढ़ाना आवश्यक है?
उत्तर: यह प्रतीकात्मक होता है। सांप को नुकसान न पहुंचाएं, सिर्फ प्रतीक रूप में दूध चढ़ाएं।
प्र.4: नाग पंचमी व्रत का क्या लाभ होता है?
उत्तर: इससे कालसर्प दोष से मुक्ति, भय से सुरक्षा, संतान सुख और स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है।
प्र.5: क्या महिलाएं नाग पंचमी का व्रत रख सकती हैं?
उत्तर: हां, महिलाएं विशेष रूप से यह व्रत रखती हैं और घर की दीवार पर नाग चित्र बनाकर पूजा करती हैं।