प्रयागराज महाकुंभ 2025 में हुई भगदड़ के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार शाम को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। सीएम योगी ने बताया कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में 30 लोगों की मौत हो गई है। इसके बाद उन्होंने घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही, पीड़ितों और उनके परिवारों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है।
प्रयागराज महाकुंभ भगदड़: मुख्य बिंदु
– सीएम योगी ने भगदड़ की न्यायिक जांच के आदेश दिए।
– हादसे में 30 लोगों की मौत की पुष्टि हुई।
– पीड़ितों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया।
– कुंभ मेला अधिकारियों ने स्थिति पर नजर रखी।
मौनी अमावस्या पर भगदड़: अखाड़ों का स्नान प्रभावित
मौनी अमावस्या के दिन प्रयागराज महाकुंभ में हुई भगदड़ के कारण अखाड़ों का शाही स्नान प्रभावित हुआ। अखाड़ों के साधु-संतों ने सादगी के साथ अरैल घाट से स्नान किया। इस दौरान कुंभ मेला अधिकारी विजय किरण आनंद और डीआईजी कुंभ वैष्णव ने स्थिति पर नजर रखी। उन्होंने बताया कि भगदड़ में 30 लोगों की मौत हुई है।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
इस घटना पर विपक्ष ने सरकार को घेरते हुए सवाल उठाए हैं। अखिलेश यादव, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और शिवपाल सिंह यादव ने सरकार से जवाबदेही मांगी है। उन्होंने कहा कि इतने बड़े आयोजन में सुरक्षा व्यवस्था में चूक गंभीर चिंता का विषय है।
अनुभवी अधिकारियों की तैनाती
महाकुंभ की स्थिति को संभालने के लिए अनुभवी आईएएस अधिकारियों की तैनाती की गई है। आईएएस आशीष गोयल और भानु चंद्र गोस्वामी को तत्काल प्रयागराज पहुंचने का आदेश दिया गया है। इन अधिकारियों ने 2019 के अर्धकुंभ में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
श्रद्धालुओं की संख्या
29 जनवरी, 2025 तक कुंभ मेला में 27.58 करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया है। यह आंकड़ा कुंभ के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को दर्शाता है। 28 जनवरी तक 19.94 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके थे, जबकि 29 जनवरी को अब तक 7.64 करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया है।
प्रयागराज महाकुंभ 2025 में हुई भगदड़ ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सीएम योगी ने न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं, और पीड़ितों के परिवारों को सहायता प्रदान की जा रही है। इस घटना के बाद कुंभ मेला प्रशासन ने सुरक्षा उपायों को और मजबूत करने का फैसला किया है।