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Su-57 Jets और MiG-21: क्या रूस के आधुनिक fighter jets बदलेंगे भारतीय वायुसेना का चेहरा?

On: September 27, 2025 5:40 PM
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भारत में MiG-21 की जगह क्या Su-57 Jets लेंगे?

भारतीय वायुसेना (IAF) ने अपने ऐतिहासिक MiG-21 लड़ाकू विमानों को सेवा से पूरी तरह से हटाया। यह विमान 1960 के दशक से भारत की हवाई सुरक्षा में अहम भूमिका निभा रहा था। हालांकि इसकी maneuverability और गति बेहतरीन थी, लेकिन इसे “Flying Coffin” भी कहा जाता था क्योंकि इसके दुर्घटना दर काफी उच्च थी। 1971 से 2012 तक 482 दुर्घटनाएँ MiG-21 से हुईं। अब सवाल उठ रहा है कि क्या रूस के Su-57 Jets भारतीय वायुसेना में MiG-21 की जगह लेंगे।

MiG-21 का भारतीय वायुसेना में ऐतिहासिक महत्व

MiG-21, जिसे Khrushchev-era विमान के रूप में जाना जाता है, भारतीय वायुसेना का एक iconic हिस्सा रहा है। यह विमान 1965 और 1971 की भारत-पाक युद्धों, Kargil संघर्ष और अन्य सीमाई झड़पों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुका है। इसकी compact design और high speed इसे युद्ध के समय maneuverable बनाते थे।

हालांकि, तकनीकी दृष्टि से MiG-21 धीरे-धीरे outdated होता गया। इसके बावजूद यह विमान भारतीय वायुसेना की शक्ति और रणनीतिक रक्षा में अहम योगदान देता रहा। इसके रिटायरमेंट के साथ ही अब आधुनिक विमान भारतीय वायुसेना की जरूरतों को पूरा करेंगे।

रूस का प्रस्ताव: Su-57 Jets

रूस ने भारत को अपने Su-57 Jets की आपूर्ति का प्रस्ताव दिया है। यह विमान पाँचवीं पीढ़ी का fighter jet है और इसमें advanced stealth technology, supercruise speed और बेहतर maneuverability जैसी विशेषताएँ हैं। Su-57 को अमेरिकी F-35 और अन्य यूरोपीय fighter jets के मुकाबले डिजाइन किया गया है।

Su-57 की प्रमुख विशेषताएँ

  • Stealth Technology: कम radar visibility के साथ दुश्मन की नजर में कम आए।
  • Supercruise: बिना afterburner के उच्च गति पर उड़ान भरने की क्षमता।
  • Advanced Avionics: नवीनतम radar और sensor systems।
  • Weapon Systems: Air-to-air और air-to-ground मिशनों के लिए modern missiles।

Su-57 की ये क्षमताएँ भारतीय वायुसेना के लिए आधुनिक air dominance सुनिश्चित कर सकती हैं।

भारत की वर्तमान प्राथमिकता

हालांकि रूस ने Su-57 की पेशकश की है, भारत की प्राथमिकता फिलहाल स्वदेशी Tejas विमान और अन्य विदेशी विकल्पों पर है। HAL के साथ भारत ने 97 Tejas fighter jets के लिए अनुबंध किया है, जिनकी डिलीवरी 2027 से शुरू होगी। इसके अलावा, भारत ने फ्रांस के साथ Rafale विमानों के लिए सहयोग किया है और अमेरिकी F-35 विमानों पर भी विचार कर रहा है।

इस रणनीति का उद्देश्य भारतीय वायुसेना को विविध और modern fleet देना है। Su-57 की उत्पादन क्षमता और लागत को देखते हुए, तुरंत इसे MiG-21 के स्थान पर लाना संभव नहीं है।

su-57 vs MiG-21 Technical Comparison
su-57 vs MiG-21 Technical Comparison

Su-57 के भारत में आने की चुनौतियाँ

  1. High Cost: Su-57 विमानों की कीमत काफी अधिक है।
  2. Production Limitations: अभी रूस में Su-57 का उत्पादन सीमित है।
  3. Integration with IAF: नए विमानों को भारतीय वायुसेना के infrastructure में integrate करना समय और संसाधन मांगता है।
  4. Strategic Autonomy: भारत defense deals में आत्मनिर्भरता और स्वदेशी उत्पादन को प्राथमिकता देता है।

इन कारणों से Su-57 को सीधे MiG-21 की जगह पर लाना आसान नहीं है।

निष्कर्ष

भारतीय वायुसेना ने MiG-21 के रिटायरमेंट के साथ एक नया अध्याय शुरू किया है। रूस का Su-57 proposal आधुनिक fighter jets के विकल्प प्रदान करता है, लेकिन वर्तमान में भारत की प्राथमिकता Tejas Jets और अन्य संभावित विदेशी विकल्पों पर बनी हुई है।

Su-57 Jets निश्चित रूप से भारत के लिए एक शक्तिशाली विकल्प हैं, लेकिन उनकी immediate deployment और integration में समय लगेगा। भारतीय रक्षा नीति में विविधता, स्वदेशी उत्पादन और रणनीतिक सोच को प्राथमिकता दी जाती है।

Su-57 Jets Future Fleet Concept
Su-57 Jets Future Fleet Concept

FAQ (Frequently Asked Questions)

Q1: क्या Su-57 Jets सीधे MiG-21 की जगह लेंगे?
A: फिलहाल नहीं। भारत की प्राथमिकता स्वदेशी Tejas Jets और अन्य विदेशी विकल्पों पर है। Su-57 की immediate deployment में समय और संसाधन लगेंगे।

Q2: Su-57 Jets की मुख्य विशेषताएँ क्या हैं?
A: Su-57 में advanced stealth technology, supercruise capability, latest avionics और modern weapon systems हैं। यह पाँचवीं पीढ़ी का fighter jet है।

Q3: MiG-21 विमान क्यों retire किया गया?
A: MiG-21 की तकनीक पुरानी हो चुकी थी और दुर्घटनाओं का उच्च दर इसे “Flying Coffin” बनाता था। इसके रिटायरमेंट के साथ भारतीय वायुसेना आधुनिक विमानों की ओर बढ़ रही है।

Q4: भारत Su-57 के लिए रूस के प्रस्ताव पर क्यों विचार कर रहा है?
A: Su-57 modern stealth capabilities और advanced technology के कारण भारत के लिए एक संभावित विकल्प है। लेकिन उत्पादन सीमाएँ और high cost इसके deployment में चुनौतियाँ हैं।

Q5: Su-57 Jets की delivery कब हो सकती है?
A: अभी कोई official contract नहीं हुआ है। भारत फिलहाल Tejas और Rafale jets की delivery पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।

Deependra Singh

I am Deependra Singh from Morena district, Madhya Pradesh. I have a deep interest in religious knowledge and like to write about common public issues. Through my articles, I try to share true and valuable information with people.

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