12 जून 2025 को देश ने एक ऐसी त्रासदी देखी जिसने पूरे भारत को गहरे शोक में डाल दिया। एयर इंडिया की इंटरनेशनल फ्लाइट AI-171, जो अहमदाबाद से लंदन के लिए रवाना हुई थी, उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस भयावह विमान हादसे में कुल 242 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 230 यात्री और 12 क्रू सदस्य शामिल थे। यह हादसा भारत के सबसे गंभीर हवाई दुर्घटनाओं में से एक बन गया है।

हादसे का समय और स्थान
एयर इंडिया की यह फ्लाइट सुबह करीब 7 बजकर 12 मिनट पर अहमदाबाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट से रवाना हुई। उड़ान भरने के मात्र आठ मिनट बाद विमान का संपर्क एयर ट्रैफिक कंट्रोल से टूट गया और जल्द ही यह खबर आई कि विमान एक खुले क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। विमान का मलबा शहर से करीब 25 किलोमीटर दूर खुले मैदान में मिला, जहां आग की लपटें और धुआं आसमान में फैल गया।
यात्रियों की संख्या और उनकी पहचान
हादसे के समय फ्लाइट AI-171 में कुल 242 लोग सवार थे। इनमें 169 भारतीय नागरिक, 53 ब्रिटिश नागरिक और 20 अन्य देशों के नागरिक शामिल थे। विमान में कई छात्र, व्यवसायी, प्रवासी भारतीय और टूरिस्ट शामिल थे जो लंदन के लिए रवाना हुए थे। सभी क्रू सदस्य भी इस दुर्घटना में जान गंवा बैठे। मृतकों की पहचान के लिए सरकार ने डीएनए जांच का आदेश दिया है क्योंकि कई शव आग से बुरी तरह जले हुए थे।
Ahmedabad Plane Crash 2025 में पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की दुखद मृत्यु
Ahmedabad Plane Crash 2025 दुर्घटना में एक और दुखद समाचार यह रहा कि गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी इस फ्लाइट में सवार थे। वे लंदन में आयोजित एक प्रवासी भारतीय सम्मेलन में भाग लेने जा रहे थे। सरकार द्वारा उनकी मृत्यु की आधिकारिक पुष्टि कर दी गई है। उनके निधन से गुजरात और भारतीय राजनीति में गहरा शोक व्याप्त है। कई नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें एक सजग और सुलझे हुए राजनेता के रूप में याद किया।
Ahmedabad Plane Crash 2025 हादसे के संभावित कारण
हालांकि Ahmedabad Plane Crash 2025 हादसे की पूरी जांच अब भी जारी है, लेकिन शुरुआती रिपोर्ट्स में इंजन फेलियर और बर्ड हिट को संभावित कारण बताया गया है। कुछ चश्मदीदों ने बताया कि टेकऑफ के समय ही विमान से अजीब आवाजें आ रही थीं। पायलट ने इमरजेंसी लैंडिंग की कोशिश की, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और ब्लैक बॉक्स को जांच के लिए सुरक्षित कर लिया गया है, और डीजीसीए (नागरिक विमानन महानिदेशालय) ने उच्च स्तरीय जांच समिति गठित की है।

राहत और बचाव कार्य
जैसे ही Ahmedabad Plane Crash 2025 हादसे की खबर मिली, स्थानीय प्रशासन, पुलिस, दमकल विभाग और एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई। आग बुझाने में करीब दो घंटे का समय लगा। मलबे में फंसे लोगों को बाहर निकालने की कोशिश की गई लेकिन सभी यात्री और क्रू पहले ही दम तोड़ चुके थे। घटनास्थल को चारों ओर से सील कर दिया गया और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। सरकार ने पीड़ितों के परिवारों को हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया है।
हेल्पलाइन और प्रशासन की पहल
सरकार द्वारा एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है ताकि यात्री के परिजन और मित्र जानकारी ले सकें। एयर इंडिया ने अपनी वेबसाइट और सोशल मीडिया के माध्यम से भी सूचना प्रसारित की है। गुजरात सरकार और केंद्र सरकार ने संयुक्त रूप से राहत कोष की घोषणा की है और प्रत्येक मृतक के परिजन को आर्थिक सहायता देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि
Ahmedabad Plane Crash 2025 हादसे की खबर फैलते ही सोशल मीडिया पर शोक की लहर दौड़ गई। ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर हजारों लोगों ने इस दुर्घटना को लेकर संवेदना प्रकट की। #AhmedabadPlaneCrash, #Ahmedabad Plane Crash 2025 और #AI171 ट्रेंड करने लगे। लोगों ने पोस्ट के माध्यम से श्रद्धांजलि अर्पित की और सरकार से विमानन सुरक्षा में सुधार की मांग की। कई लोगों ने पुराने हादसों को याद करते हुए कहा कि अब वक्त आ गया है जब विमानन विभाग को पूरी तरह से आधुनिक और जिम्मेदार बनना होगा।
राजनेताओं और प्रसिद्ध व्यक्तियों की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और कई केंद्रीय मंत्रियों ने हादसे पर दुख व्यक्त किया और मृतकों को श्रद्धांजलि दी। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह दुर्घटना बेहद दुखद है और सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है। विपक्षी नेताओं ने भी सरकार से जांच की मांग करते हुए कहा कि यह एक सिस्टम फेलियर है और इसके लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह बनाया जाना चाहिए।
विमानन सुरक्षा पर उठते सवाल
Ahmedabad Plane Crash 2025 ने भारत की विमानन सुरक्षा को लेकर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। हाल के वर्षों में तकनीकी खराबी के कारण विमानों की इमरजेंसी लैंडिंग की घटनाएं बढ़ी हैं। हालांकि इस बार परिणाम बेहद दुखद और भारी रहा। विशेषज्ञों का कहना है कि एयरक्राफ्ट की नियमित जांच, स्टाफ ट्रेनिंग और आधुनिक तकनीक के उपयोग पर गंभीरता से काम करने की जरूरत है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
ब्रिटेन, अमेरिका और कनाडा जैसे देशों ने इस हादसे पर दुख प्रकट किया है। ब्रिटिश सरकार ने अपने नागरिकों के मृत होने की पुष्टि की है और भारतीय अधिकारियों से जांच रिपोर्ट मांगी है। ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने भारत के प्रधानमंत्री से बात कर सहयोग का आश्वासन दिया है। कई अंतरराष्ट्रीय विमानन संगठन इस हादसे की बारीकी से जांच कर रहे हैं और इसे वैश्विक विमानन सुरक्षा के लिए चेतावनी के रूप में देख रहे हैं।
मीडिया कवरेज और जागरूकता
Ahmedabad Plane Crash 2025 हादसे की कवरेज देश-विदेश के मीडिया चैनलों पर व्यापक रूप से हुई है। न्यूज़ पोर्टलों ने इसे भारत की सबसे बड़ी विमान दुर्घटनाओं में से एक बताया है। लोगों में इस बात को लेकर जागरूकता भी बढ़ी है कि वे उड़ान भरते समय किन बातों का ध्यान रखें, किस प्रकार की विमानन सेवाएं सुरक्षित हैं, और इंश्योरेंस जैसे विकल्प कितने जरूरी हैं।
Ahmedabad Plane Crash 2025 ने सिर्फ 242 लोगों की जान ही नहीं ली, बल्कि हजारों परिवारों के सपनों, उम्मीदों और भविष्य को भी निगल लिया। यह दुर्घटना एक ऐसा सन्नाटा छोड़ गई है जिसे शब्दों में व्यक्त करना कठिन है। यह समय है जब भारत को अपने विमानन तंत्र को दुरुस्त करने की आवश्यकता है। हादसे से सिर्फ दुख नहीं, बल्कि एक चेतावनी भी मिलती है कि तकनीकी प्रगति के साथ-साथ मानवीय सतर्कता और ज़िम्मेदारी भी जरूरी है l